छत्तीसगढ़ के रामगिरी पर्वत स्थित सीता बेंगरा और जोगी मारा की गुफाएं जहाँ विश्व की सबसे प्राचीनतम नाट्यशाला है। …यहीं सम्राट अशोक के समय के दो भित्तिलेख हैं जो पाली अक्षर में अंकित हैं जिसमे देवदासी सुतनुखा द्वारा बनारस के देवीदीन नामक रूपदक्ष के प्रणय निवेदन को अस्वीकार करने पर कवि द्वारा लिखी गई है। ।सथ ही यह वह ऐतिहासिक जगह है जहाँ महाकवि कालिदास ने मेघदूतम की रचना की थी >…… शकुंतला तरार
Tuesday, July 30, 2013
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