आदरणीय शोभा जी ,नमस्कार ।
आपका सवाल था ''सुनंदा के बाद क्या होगा शिव का ''
दरअसल में सुनंदा और स्मिता पाटिल में बहुत ही अंतर था है और रहेगा। कारण स्मिता पाटिल को लोग उनकी मृत्यु से पूर्व और बाद में भी एक संवेदनशील, भावप्रणव, कुशल नायिका के रूप में जानते थे उसकी मृत्यु पर लोगों ने अफ़सोस भी ज़ाहिर किया था और आज भी उनकी फ़िल्में देखकर दिल में उनके लिए एक संवेदना ज़ाहिर करते हैं और स्मिता पाटिल ने आत्महत्या जैसा कायराना काम नहीं किया था हालांकि किसी अन्य महिला की गृहस्थी में दूसरी पत्नी बनकर ज़रूर आईं ---किन्तु हिंदुस्तान के समाचारों की सुर्ख़ियों में सुनंदा तब आईं जब उन्होंने मंत्री शशि थरूर से शादी की चूँकि आप जिस जगह पर हैं वहाँ से सुनंदा को एक बहुत बड़ी महिला उद्यमी के रूप में जानती रही होंगी।किन्तु हमने तो अख़बारों की सुर्ख़ियों से ही सुनंदा को जाना था ।
रही बात शिव मेनन और प्रतीक बब्बर की तो प्रती क ने अपनी माँ को देखा ही नहीं है बिन माँ के बच्चे की परवरिश लाख अच्छे से हो किन्तु वह हमेशा माता पिता के साये से वंचित ही रहा है इसलिए आज भी सफल अभिनेता और सफल राजनेता का बेटा होने के बावज़ूद संघर्ष ही कर रहा है। वहीँ शिव मेनन अभी21 वर्ष का हो चुका है बालिग है अपना भला बुरा सोचने समझने की समझदारी उसमे आ गई है। … वैसे भी हमारे यहाँ जब विवाह की उम्र21 वर्ष है वैसे भी तो उसके आगे जीने की जद्दोजहद के लिए बहुत बड़ी समस्या नहीं है क्योंकि सुनंदा दुबई के टेकम इन्वेस्टमेंट नामक निवेश कंपनी की विक्रय प्रबंधक एवं भारत आधारित रांदेवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड की सहस्वामिनी थीं देश में गरीबी भुखमरी समस्याएं क्या कम है जो विदेश में रहने वाले धनाड्य युवा के लिए समय और दिमाग खपाएं। …।
आपका सवाल था ''सुनंदा के बाद क्या होगा शिव का ''
दरअसल में सुनंदा और स्मिता पाटिल में बहुत ही अंतर था है और रहेगा। कारण स्मिता पाटिल को लोग उनकी मृत्यु से पूर्व और बाद में भी एक संवेदनशील, भावप्रणव, कुशल नायिका के रूप में जानते थे उसकी मृत्यु पर लोगों ने अफ़सोस भी ज़ाहिर किया था और आज भी उनकी फ़िल्में देखकर दिल में उनके लिए एक संवेदना ज़ाहिर करते हैं और स्मिता पाटिल ने आत्महत्या जैसा कायराना काम नहीं किया था हालांकि किसी अन्य महिला की गृहस्थी में दूसरी पत्नी बनकर ज़रूर आईं ---किन्तु हिंदुस्तान के समाचारों की सुर्ख़ियों में सुनंदा तब आईं जब उन्होंने मंत्री शशि थरूर से शादी की चूँकि आप जिस जगह पर हैं वहाँ से सुनंदा को एक बहुत बड़ी महिला उद्यमी के रूप में जानती रही होंगी।किन्तु हमने तो अख़बारों की सुर्ख़ियों से ही सुनंदा को जाना था ।
रही बात शिव मेनन और प्रतीक बब्बर की तो प्रती क ने अपनी माँ को देखा ही नहीं है बिन माँ के बच्चे की परवरिश लाख अच्छे से हो किन्तु वह हमेशा माता पिता के साये से वंचित ही रहा है इसलिए आज भी सफल अभिनेता और सफल राजनेता का बेटा होने के बावज़ूद संघर्ष ही कर रहा है। वहीँ शिव मेनन अभी21 वर्ष का हो चुका है बालिग है अपना भला बुरा सोचने समझने की समझदारी उसमे आ गई है। … वैसे भी हमारे यहाँ जब विवाह की उम्र21 वर्ष है वैसे भी तो उसके आगे जीने की जद्दोजहद के लिए बहुत बड़ी समस्या नहीं है क्योंकि सुनंदा दुबई के टेकम इन्वेस्टमेंट नामक निवेश कंपनी की विक्रय प्रबंधक एवं भारत आधारित रांदेवू स्पोर्ट्स वर्ल्ड की सहस्वामिनी थीं देश में गरीबी भुखमरी समस्याएं क्या कम है जो विदेश में रहने वाले धनाड्य युवा के लिए समय और दिमाग खपाएं। …।