आज 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर फेसबुक के पाठकों और मित्रों के लिए एक गीत सन्देश के रूप में.......
वृक्ष है जीवन
वृक्ष है जीवन ना हो प्रदूषण, वृक्ष बिना जग सून है,
ताल,तलैया, पोखर, नदिया, वृक्ष बिना सब सून है !!
वृक्ष है देता जल भूमि को, और देता हरियाली है
शुद्ध हवा और लकड़ी देता , और देता खुशहाली है
वृक्ष जो ना हो धरती पर,मानव संवेदनहीन है
ताल,तलैया, पोखर, नदिया, वृक्ष बिना सब सून है !!
जलचर जीवन सफल बनाते, वनचर निर्भय विचरण करते,
पंछी कलरव करते उड़ते, नभ में विहंगम दृश्य दिखाते,
वृक्ष सभी को मित्र बनाते, हत्या इनकी संगीन है,
ताल,तलैया, पोखर, नदिया, वृक्ष बिना सब सून है !!
बरगद पीपल आम इमली, साल, शीशम, तेंदू, चार,
नीम, आँवला, जामुन, महुआ ,हमें सिखाते सद्व्यवहार
वृक्ष ना काटो सुनलो भैय्या, वृक्ष बिना हम दिन हैं,
ताल,तलैया, पोखर, नदिया, वृक्ष बिना सब सून है !!
पुरखों ने जो बिरवा रोपा,उसे संजोना काम हमारा,
शहर बसाने वन ना उजाड़ें, वृक्ष बचाना काम तुम्हारा,
बनेंगे बादल होगी वर्षा,, भोजन मिले दो जून है
ताल,तलैया, पोखर, नदिया, वृक्ष बिना सब सून है !!
शकुंतला तरार