''जहाँ भोर होते अम्मा आँगन बुहारे ----साथियो गीत के बोल से ही आप समझ गए होंगे कि यह गाँव के परिवेश पर आधारित गीत है चूँकि गाँव मेरा प्रिय विषय है तो मेरा हर तीसरा चौथा गीत ग्राम्यांचल को रेखांकित करता हुआ होता है। ''
Saturday, December 21, 2013
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