Sunday, August 19, 2018

“भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी “- श्रद्धांजलि




17/08/2018
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी
अटल सत्य है अटल ब्रह्म है, अटल है पावन प्यार
क्रूर काल से बचा न कोई, यह नश्वर संसार ||

जो आया इस दुनिया में वो आज नहीं कल जाएगा
कितना जोर लगाले प्राणी रोक नहीं कोई पाएगा
किन्तु अटल सा एक हुआ है और न बारम्बार ||
क्रूर काल से बचा न कोई यह नश्वर संसार ||

देश धर्म के लिए जिया और देश धर्म के लिए किया
कभी बही कविता की धारा कभी व्यंग्य का गरल पीया
युद्ध का पक्षधर कभी नहीं समझौते के पालनहार ||
क्रूर काल से बचा न कोई यह नश्वर संसार ||

जन-जन के जनसंघ का तारा अपनी धुन में आज मगन
पोखरण कारगिल का प्यारा इनकी शान में खिला कमल
धरा सिसकती आज हमारी बरसे गगन से जलद अपार ||
क्रूर काल से बचा न कोई यह नश्वर संसार ||

देश का अभिमान आप थे देश का स्वाभिमान भी आप
अर्पण करती श्रद्धा सुमन हे भारत रत्न प्रणम्य हैं आप
नतमस्तक आदर्शों पर दुनिया करती है जयजयकार ||
क्रूर काल से बचा न कोई यह नश्वर संसार ||
शकुंतला तरार
प्लाट नं- 32, सेक्टर- 2, एकता नगर,
गुढ़ियारी, रायपुर (छ.ग.)