एक जागरण गीत आप सब के लिए -------
गीत--उठो हे जागो हे भारत की नारियों
उठो हे------जागो हे------
उठो हे जागो हे भारत की नारियों
उठो हे जागो हे भारत की नारियों
समय पुकारता तुम्हें , अस्मिता बचाने को
उठो हे -----उठो हे -----
वक़्त नहीं सोने का अपना चैन खोने का
रूठने मानाने का वक़्त नहीं रोने का
बहुत सो चुके हो तुम बहुत रो चुके हो तुम
अब जो वक़्त आया तूफान साथ लाया है
उठो हे -----उठो हे -----
अब धरा से आसमाँ की दूरियों को नाप लो
तूलिका से नित नई कल्पना उतार लो
मचा हुआ है हर तरफ मार काट शोर है
तो रहन राखी खुशियों को तुम छुड़ा चलो
उठो हे -----उठो हे -----
धरा धरा पुकारती , गगन गगन दुलारती
पवन पवन संवरती चमन चमन निहारती
गंगो जमन की शान तू हिमाला सी महान तू
तुझसे बची दुनिया में अस्तित्व है ईमान की
उठो हे -----उठो हे -----
उठो हे जागो हे भारत की नारियों
शकुंतला तरार
गीत--उठो हे जागो हे भारत की नारियों
उठो हे------जागो हे------
उठो हे जागो हे भारत की नारियों
उठो हे जागो हे भारत की नारियों
समय पुकारता तुम्हें , अस्मिता बचाने को
उठो हे -----उठो हे -----
वक़्त नहीं सोने का अपना चैन खोने का
रूठने मानाने का वक़्त नहीं रोने का
बहुत सो चुके हो तुम बहुत रो चुके हो तुम
अब जो वक़्त आया तूफान साथ लाया है
उठो हे -----उठो हे -----
अब धरा से आसमाँ की दूरियों को नाप लो
तूलिका से नित नई कल्पना उतार लो
मचा हुआ है हर तरफ मार काट शोर है
तो रहन राखी खुशियों को तुम छुड़ा चलो
उठो हे -----उठो हे -----
धरा धरा पुकारती , गगन गगन दुलारती
पवन पवन संवरती चमन चमन निहारती
गंगो जमन की शान तू हिमाला सी महान तू
तुझसे बची दुनिया में अस्तित्व है ईमान की
उठो हे -----उठो हे -----
उठो हे जागो हे भारत की नारियों
शकुंतला तरार