Sunday, June 2, 2019

संस्मरण—4---- कोंडागांव बस्तर ---- बात उन दिनों की ---------जनपद प्राथमिक शाला कोंडागांव

संस्मरण—4----
कोंडागांव बस्तर ---- बात उन दिनों की ---------जनपद प्राथमिक शाला कोंडागांव
कक्षा चौथी में --– इस कक्षा का ज्यादा कुछ नहीं पर वाजपेयी गुरुजी थे हमारे | मिश्रा गुरुजी के पड़ोस में ही उनका भी आवास था और दोनों ही अच्छे मित्र थे | 
कक्षा चौथी का मुझे ज्यादा कुछ नया स्मरण नहीं हो रहा किन्तु इतना याद है कि कभी-कभी शायद शनिवार का ही दिन होता था हम सारे बच्चे लाईन लगाकर टीना वाला डिब्बा जिसे जो मिला पास के बंधा तालाब से पानी भरकर लाते और स्कूल के पौधों को सींचते सभी बच्चे लाईन से आते –जाते इसमें भी हमें बहुत आनंद आता हंसते खेलते कब और कितने डिब्बे भर लाए पानी पता ही नहीं तब गाड़ियाँ गिने-चुने, इक्का-दुक्का ही चलते सो एक्सीडेंट का डर ही नहीं था | वर्तमान समय में यदि शिक्षक ऐसा कार्य करवाए तो अभिभावक स्कूल प्रशासन से उसकी शिकायत कर देगा | वह शिक्षक निलंबित हो जाएगा पेपर में बड़े-बड़े अक्षरों में छप जाएगा, मगर हमारे वक्त में माता-पिता स्कूल प्रबंधन के काम में कभी हस्तक्षेप नहीं करते थे |
शेष फिर -----

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